शनिवार, 21 अक्टूबर 2023

નવરાત્રી અને મહાદેવ



नवरात्रि का अर्थ है शक्ति में विश्वास ************** हमारे देश में सदियों से नवरात्रि मनाई जाती रही है। हम भक्तिभाव से माता जी की पूजा करके नवरात्रि मनाते हैं। साथ ही गरबा का आयोजन भी किया जाता है। लेकिन जब तक हम महिलाओं की गरिमा का सम्मान नहीं करेंगे, तब तक नवरात्रि का उत्सव सार्थक नहीं है। ******************** संसार का कोई भी मनुष्य कभी भी माँ के ऋण से मुक्त नहीं हो सकता है। प्रथम स्थान पर जगत माता आती है, जो स्वयं को जानती है वह अगले स्थान पर आती है, पृथ्वी माता अंतिम स्थान पर आती है और गौ माता आती है। अंतिम स्थान। कहा जाता है कि जो लोग अपने रिश्तेदारों को वृद्धाश्रम में ढकेल देते हैं उनका नवरात्रि उत्सव कभी सार्थक नहीं हो सकता। जो पुरुष नारी का सम्मान करता है उसे ही नवरात्रि पूजन का अधिकार है, यह नारी के सम्मान का त्यौहार है लेकिन हमने इसे केवल डांडियारा और मौज-मस्ती का त्यौहार मान लिया है लेकिन यह नारी सम्मान का त्यौहार है

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